जीवन की परिभाषा
जीवन के इस सफर मे,
आशा और निराशा है।
मिल के बिछुड़ जाना ही,
जीवन की परिभाषा है।
जो आता है, वो जाता है,
अपने पीछे अपने, कर्म छोड़ जाता है।
अच्छे कर्म करके लोग,
मर के भी जी जाते है।
पर ना हो अच्छे कर्म,
तो परिवार वाले भी भूल जाते है।
धन दौलत कमाने मे,
इंसान अच्छे कर्म भूल जाते है,
पर मोक्ष तो अच्छे कर्मो से ही आते है ll
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JOY'N'SUNNY |
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